व्यास पूर्णिमा-विक्रम सम्वत् 2080
नित्य प्रति गुण मैं तेरे गाऊँ । तेरे चरणों पर सीस नवाऊँ ।। गद् गद् प्रेम से सदा पुकारूँ, जय होवे तेरी जय होवे ।१। प्रेम मग्न मन होवे मेरा । यह जीवन हो जावे तेरा ।। सदा प्रेम से यही उचारूँ, जय होवे तेरी जय होवे ।२।